Atal Bihari Vajpayee shiksha samvaad
Material type:
- 9789355211675
- 923.254 KOT/ATA
Item type | Current library | Call number | Status | Barcode | |
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Central Library NIT Goa General stacks | 324.21 KOT (Browse shelf(Opens below)) | Available | 9998 |
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306.954 SIN 1000 bharatiya sanskriti prashnottari | 320.954 SHA/KAU Kautilya's Arthashastra | 324.2092 MAK Commonman Narendra Modi | 324.21 KOT Atal Bihari Vajpayee shiksha samvaad | 330 LOH Arthshastra : marks se aage | 330 PAN/ENG Engineering economics | 330 PAN/ENG Engineering economics |
किताब के बारे में: भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह भारतवासियों के हृदय में एक राष्ट्रवादी चिंतक, प्रखर वक्ता और साहित्यानुरागी राजनेता के रूप में प्रतिष्ठित हैं। उन्होंने अपने दीर्घकालिक राजनीतिक जीवन में भारतीय समाज और संस्कृति के बारे में गहन चिंतन किया है। उनकी राजनीतिक दृष्टि में भारतीयता रची-बसी हुई है। उनकी चिंतन-दृष्टि आज भी हमारे लिए मार्गदर्शन का कार्य करती है। इस पुस्तक में आदरणीय अटलजी के शिक्षा विषयक विचारों को संकलित कर प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक हमें अटलजी के विचारों के माध्यम से समकालीन संदर्भों में शिक्षा के अर्थ, लक्ष्य, स्वरूप एवं भविष्य को समझने में सहयोग करती है। अटलजी के शिक्षा संबंधित विचारों में उनका लोकचिंतक रूप, समावेशी दृष्टि और भारत के उज्ज्वल भविष्य की परिकल्पना परिलक्षित होती है।
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