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040 | _cNational Institute of Technology Goa | ||
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_a891.431 _bPRA /JAI |
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100 | _aPrasad, Jaishanker | ||
245 | _aJaishankar Prasad ki rachnaye | ||
250 | _a1st | ||
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_aChadigarh: _b Abhishek Publications, _c 2022 |
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300 |
_b216p.: 8x10x1; Hard cover _c _e |
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520 | _aकिताब के बारे में: महाकवि कथाकार नाटककार जयशंकर प्रसाद को कौन नहीं जानता। कक्षा पांचवी से लेकर 12वीं तक ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक हिंदी साहित्य में जयशंकर प्रसाद की रचनाएं देखने को मिलती हैं। जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय और रचनाएं ना केवल पढ़ने में सरल और सुलभ होती है बल्कि हमें यथार्थ ज्ञान और प्रेरणा भी देती है। छायावाद के कवि जयशंकर प्रसाद रचना को अपनी साधना समझते थे। वह उपन्यास को ऐसे लिखते थे मानो जैसे वह उसे पूजते हो। जयशंकर प्रसाद जी के बारे में अभी बातें खत्म नहीं हुई है उनकी कई सारी कविताएं कहानियां है जो आपको यथार्थ का भाव कराएंगी। | ||
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_2Hindi _aHindi; Hindi poetry; Poets; Hindi-India; Biography |
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